UPS क्या हैं? (What is UPS?)
UPS का पूरा नाम Uninterruptible Power Supply है। यह एक electronic device होता है। जिसके अंदर electronic parts के साथ-साथ एक बैटरी को भी connect किया जाता है। इसका उपयोग तब होता है। जब electric
supply बंद हो जाता है। और तब यह कम्प्यूटर
की मदद से electric supply प्रदान करता है। जिससे कम्प्यूटर
बंद नही होता और अंदर का डेटा भी सुरक्षित रहता है। बाजार में कई साइज और कई शेप्स
की UPS उपलब्ध होती है, लेकिन आमतौर पर यह Rectangular and freestanding style के होते है।
UPS मूल रूप से बैटरी के साथ एक इन्वर्टर है जिसका उपयोग
इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे पीसी, सर्वर, ऑडियो वीडियो वीडियो आदि के लिए बैटरी बैकअप और सर्ज प्रोटेक्शन
प्रदान करने के लिए किया जाता है। कुछ UPS वोल्टेज रेगुलेशन के साथ भी आते हैं। UPS बैटरी को चार्ज करता है और सामान्य ऑपरेशन के दौरान दीवार के
आउटलेट से बिजली प्रदान करता है। बिजली की घटना के कारण, यह बैटरी मोड में स्विच करता है और यह सुनिश्चित करता है कि
कनेक्ट किए गए डिवाइस सुरक्षित हैं।
UPS के प्रकार (Types of UPS)
- Standby UPS
Standby UPS तब उपयोग किया जाता है। जब power
supply बंद हो जाता है। तब यह पॉवर Off होने पर उस Consumed पॉवर को कंप्यूटर में Supply करता है। जिसमे कम्प्यूटर का डेटा सुरक्षित रहता है।
- Line Interactive UPS
Line
Interactive UPS की designing एक स्टैंडबाय UPS के समान है। यह UPS online और offline दोनो का संयोजन होता है। इस UPS का उपयोग छोटे व्यवसाय के लिए किया जाता है। और साथ ही यह UPS आउटपुट के विधुत प्रभाव को निंयत्रित रखता है।
- Standby online hybrid
स्टैंडबाई ऑन-लाइन हाइब्रिड 10 kva के तहत UPS में उपयोग कि जाने वाली एक टोपोलॉजी है। जिसे बैटरी से स्टैंडबाय
कनवर्टर को स्विच on किया जाता है। इसमें बैटरी
चार्जर बहुत छोटा होता है जैसे Stand By UPS में होता है।
UPS के कार्य (Functions of UPS)
- यह एक अस्थिर सोर्स से
बिजली को नियंत्रित करता है।
- उपयोगकर्ता को कंप्यूटर
को सही ढंग से स्विच करने और काम को बचाने की अनुमति देता हैं|
- कंप्यूटर को क्षति के
खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है।
- लंबी बिजली आउटेज के
दौरान उपकरणों को स्वचालित रूप से बंद कर देता है।
- बिजली की आपूर्ति की
स्थिति की निगरानी और लॉगिंग।लंबी बिजली आउटेज के बाद उपकरण को फिर से शुरू
करता हैं|
- कुछ त्रुटि स्थितियों पर
अलार्म प्रदान करता हैं|
- शॉर्ट-सर्किट सुरक्षा
प्रदान करता हैं|
UPS के भाग (Parts of UPS)
Rectifier : यह एक electrical device है। rectifier का मुख्य फंक्शन AC को DC में कन्वर्ट करना हैं। जो alternating
current(AC) को direct
current (DC) मे convert करता है|
Battery: बैटरी एक electro chemical सेल है जिसे विदयुत के लिए चार्ज किया जाता हे। जब कोई
इलेक्ट्रिक पावर सप्लाई कर रही होती है, तो उसका पॅाजिटिव टर्मिनल कैथौड होता है। और इसका नेगेटिव
टर्मिनल एनोड होता है।
Inverter: यह भी एक electrical device है जो rectifier प्रोसेस का उल्टा कार्य करता हैं। यह लोड के उपयोग के लिए
आनेवाले DC सप्लाई को AC में कन्वर्ट करता हैं। जो low voltage
DC को high
voltage AC में कन्वर्ट करती है। जो एक solar
electric system में, एक इन्वर्टर 12, 24 या 48 वोल्ट डीसी ले सकता है। और इसे 115 या 230 एसी, घरेलू बिजली में कन्वर्ट करता है।
UPS के फायदे (Advantages of UPS)
- पावर आउटेज की स्थिति में
सभी कम्प्यूटर और इलेक्ट्रिक सिस्टम को व्यवस्थित करता हैं|
- बैकअप जनरेट करने के
विपरित, एक UPS मे लगभग कोई शोर आउटपुट नही होता है।
- एक UPS में बिजली का डिवाइस अगर चलने पर रूक जाये तो भी आपका डेटा सुरक्षित रहता
है।
- UPS इकाइयां ईको फ्रेंडली
होती है और बैटरी पर चलती है जो पांच साल तक चल सकती है|
- अचानक कम्प्यूटर के बंद
होने पर डेटा loss हो जाता है। लेकिन अगर
कम्प्यूटर मे UPS कनेक्ट है तो डेटा
सुरक्षित रहता है।
UPS के नुकसान (Disadvantages of UPS)
- UPS बैटरी लंबे समय तक नही
चलती है और आवश्यकता होने पर इसे बदलना पड़ता है।
- UPS बैटरी को लंबे समय तक
चार्ज रखना पड़ता है।
- बडे कॉर्पोरेट कार्यालयों
में UPS बिजली की आपूर्ति की स्थापना के लिए एक बड़ा निवेश आवश्यक है।
यूपीएस और इन्वर्टर में अंतर (Difference
between UPS and inverter)
UPS :UPS बिजली कटौती के मामले मे बिजली प्रदान करती है और ज्यादातर UPS डेक्सटॅाप कम्प्यूटर के बैकअप लेने के लिए उपयोग किया जाता
है।
Inverter: बैटरी और इनवर्टर सर्किट होते है जो
डीसी को बिजली मे कन्वर्ट करता है और ज्यादातर इन्वर्टर का उपयोग घरों में बिजली
बैकअप लेने के लिए किया जाता है।
UPS:UPS का उपयोग आमतौर पर सिस्टम का बैकअप लेने के लिए किया
जाता है क्योंकि बैकअप पावर सोल्यूशन पर गिरने के लिए एक माइक्रोसेकंड लगता है।
Inverter: स्विचिंग मे देरी होने के कारण इनवर्टर
कम्प्यूटर का बैकअप लेने के लिए उपयोग \\\नही है। क्योकि कम्प्यूटर केवल डेटा
और बिना सेव किये गए डेटा को खो देता है बल्कि हार्ड डिस्क और मदरबोर्ड को भी
नुकसान पॅहुचा सकता है

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