Wednesday, September 8, 2021

M.S. Word क्या है ?

                                         M.S. Word

      ऍम एस वर्ड का पहला वर्जन Word 1.0 था, जिसे अक्टूबर 1983 में ज़ीनिक्स (Xenix) और एमएस-डॉस (MS DOS) के लिए जारी किया गया था| इसके बाद वर्ड के कई वर्जन आये| Microsoft Word ऍम एस ऑफिस का ही एक प्रोग्राम हैं| जिसको माइक्रोसॉफ्ट द्वारा बनाया गया हैं यह प्रोग्राम विश्व में सबसे अधिक प्रयोग किया जाता हैं| Microsoft Word का प्रयोग Letter Writing, Text Formatting, Page Formatting, Resume, Mail Merge आदि कार्यों के लिए किया जाता है इसलिए Microsoft Word को Word Processing के नाम से भी जाना जाता हैं|

Working with style and formatting

Style, MS office की एक ऐसी विशेषता है जो आपको किसी भी टेक्स्ट पर कोई फॉर्मेटिंग तत्काल लागू करने की सुविधा देती है किसी Style में Font, Font size, alignment, Paragraph, Bullets and Numbering आदि सभी प्रकार की फॉर्मेट शामिल हो सकते हैं Styles का उपयोग करने से हमारा बहुत सा समय बच जाता है क्योंकि जैसे ही आप किसी टेक्स्ट पर कोई Style लागू करते हैं तो उस Style में शामिल सभी प्रकार की फॉर्मेटिंग समस्त पैराग्राफ पर लागू कर दी जाती हैं|

MS Word में मुख्य चार प्रकार की स्टाइल उपलब्ध है कैरेक्टर, पैराग्राफ, टेबल और लिस्ट|

Character style (कैरेक्टर स्टाइल)

Character style (कैरेक्टर स्टाइल) ऐसी स्टाइल को कहा जाता है जिसके द्वारा हम केवल किसी टैक्स की formating कर सकते हैं जिसमे Font तथा Font Style शामिल होती हैं|

Paragraph style (पैराग्राफ स्टाइल)

Paragraph style (पैराग्राफ स्टाइल) में टेक्स्ट की फॉर्मेटिंग शामिल होती है परंतु इसके द्वारा हम पूरे पैराग्राफ की फॉर्मेटिंग एक साथ कर सकते हैं|

Table Style (टेबल स्टाइल)

Table Style का प्रयोग किसी टेबल में एक साथ किसी Style को apply करने के लिए किया जाता है|

List style (लिस्ट स्टाइल)

List style का प्रयोग डॉक्यूमेंट में प्रयोग होने वाली लिस्ट को अलग-अलग स्टाइल मैं दिखाने के लिए किया जाता है|

जब आप कोई नया डॉक्यूमेंट बनाते हैं तो MS Word आपके द्वारा चुने गए टेंपलेट के अनुसार स्टाइल उपलब्ध कराता है लेकिन किसी नए डॉक्यूमेंट में बनाया गया पैराग्राफ नॉर्मल स्टाइल का उपयोग करके बनाया जाता है यह एक डिफ़ॉल्ट स्टाइल है इसमें  Font size – 10, Font – Times new roman, English Language, Single line spacing तथा left alignment फॉर्मेटिंग शामिल है MS word में आप पहले से उपलब्ध कई स्टाइल में से किसी का भी उपयोग कर सकते हैं और अपनी विशेष स्टाइल भी बना सकते हैं जिन्हें आप Save कर सकते हैं|

How to Apply style

जब आप कोई नया Word Document खोलते हैं तो आप देखेंगे कि फॉर्मेटिंग टूलबार के बाएं -*ओर स्थित style option के ड्रॉप-डाउन लिस्ट में अनेक डिफॉल्ट पैराग्राफ और कैरेक्टर स्टाइल उपलब्ध होते हैं जो कि वर्ड में पहले से बनी हुई हैं इनमें से किसी भी स्टाइल को आप Select करके अपने Text या Paragraph में apply कर सकते हैं |

आप एक अन्य विधि से भी किसी स्टाइल को अपने टेक्स्ट या पैराग्राफ में अप्लाई कर सकते हैं जो निम्नलिखित है

1.फॉर्मेटिंग टूलबार पर स्थित Style and Formatting बटन को क्लिक कीजिए इससे इसका Task Pane खुल जाएगा|

2.इस Task Pane में Pick Formatting to apply भाग में उपलब्ध किसी भी स्टाइल को Select कीजिए इससे वह स्टाइल आपके टेक्स्ट या पैराग्राफ में लागू हो जाएगी|

How to Modify a style

3.यदि आपने कोई स्टाइल बनाई है और उसमें आप सुधार करना चाहते हैं तो आप उसमें बदलाव कर सकते हैं|

Task Pane list में माउस के पॉइंटर को उस स्टाइल पर लाइए जिसमें आप सुधारना चाहते हैं|


उस स्टाइल के नाम के सामने ड्रॉप-डाउन बटन को क्लिक कीजिए और Modify Style ऑप्शन को चुनिए ऐसा करने पर Modify Style Dialog box खुल जाएगा|


3.      इस डायलॉग बॉक्स में आप style में जो बदलाव करना चाहते हैं वह कीजिए|

4.     अंत में Ok बटन पर क्लिक कर दीजिए|

How to delete a style

यदि आप किसी स्टाइल को हटाना चाहते हैं तो आप उसे हटा भी सकते हैं किसी स्टाइल को हटाने की विधि निम्न प्रकार है

1.      Task Pane list में स्टाइल पर माउस पॉइंटर लाइए जिसे आप हटाना चाहते हैं|

2. उस स्टाइल के नाम के सामने ड्रॉप-डाउन बटन को क्लिक कीजिए और Delete बटन पर क्लिक कीजिए|



1.      और इसके बाद Yes पर क्लिक कीजिए|

 

 

 

MS Word में सबसे ऊपर की दूसरे नंबर की बार को मेन्यु बार कहा जाता हैं  जिसमे कुल 9 मेन्यु होते हैं हर मेन्यु का प्रयोग अलग अलग कार्यो के लिए किया जाता हैं जैसे फाइल मेन्यु में फाइल से सम्बंधित ऑप्शन दिए रहते हैं इन्सर्ट मेन्यु में किसी भी ऑप्शन को इन्सर्ट करने से सम्बंधित ऑप्शन दिए रहते हैं |

MS Word Menu

File Menu in MS Word

इस मेन्यु की सहायता से फाईल से संबंधित कार्य को किया जाता है। इसके अंदर सोलह आॅप्शन होते है। जिनका प्रयोग फाईल मे किया जाता है। इसकी shortcut key alt+ F होती है। File Menu से सम्बंधित सभी ऑप्शन के बारे में जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें|

2.      Edit Menu in MS Word

3.      यह मेन्यु बार का दूसरा मेन्यु होता हैं जिसमें Editing से सम्बंधित ऑप्शन होते हैं इसे ओपन करने की शॉर्टकट की Alt+E होती हैं | इससे सम्बंधित सभी ऑप्शन के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करे|

4.      View Menu in MS Word

5.      व्यू मेन्यु का प्रयोग डॉक्यूमेंट को विभिन्न तरीके से देखने के लिये किया जाता है। इससे हम विभिन्न टूलबार को Show एवं Hide कर सकते हैं। इसमें कुल चौदह ऑप्शन होते है।

6.       

7.       

8.      Insert Menu in MS Word

9.      इस मेन्यु की सहायता से डॉक्यूमेंट में विभिन्न प्रकार के आब्जेक्ट को जोड़ा जा सकता है जैसे Page No., Date, Time, Symbol, Picture, Comment आदि इसमें कुल पंद्रह ऑप्शन होते है। जो निम्न प्रकार हैं |

10.  Format Menu in MS Word

11.  इस मेन्यु की सहायता से डॉक्यूमेंट की formatting की जा सकती है। इसमें सौलह ऑप्शन होते है। इसकी Shortcut Key की Alt+O है।

12.  Tools Menu

13.  इस मेन्यु में एमएस वर्ड के टूल होते है। जिसकी सहायता से एक अच्छे डॉक्यूमेंट का निमार्ण किया जा सकता है। इसकी Shortcut key Alt+T होती है।

14.  Table Menu in MS Word

15.  Table menu से टेबिल को बना कर टेबिल के साथ कार्य किया जा सकता है। इसमें चौदह ऑप्शन होते है। इसकी Shortcut key Alt+a होती है।

(MS WORD में Envelop कैसे बनाए )

हम अपने लैटर के लिए बनाए गए Data Source का प्रयोग करके Envelop तथा Labels भी बना सकते है तथा Print कर सकते है| Envelops को प्रिंट करने के लिए निम्न स्टेप्स का अनुसरण (Follow)करते है


Step 1- Tools Menu में मेल मर्ज ऑप्शन को चुनते है
Tools →Mail Merge
Step 2- Create Option का चयन करते है तथा इसके पश्चात Envelop Option का चयन करते है|
Step 3- New Main Document का चयन करते है|
Step 4- इसके पश्चात Get Data या Create Data Source का चयन करते है |
Step 5- अपने Main Document को Envelopes के लिए Mail Merge Helper Dialog Box में से Setup Main Document Option का चयन करते है|

Step 6- इसके पश्चात Envelop Dialog Box में से Envelop के लिए ऑप्शन को सेट करते है |
Step 7-अंत में Ok Button पर Click करते है ,इसके पश्चात Envelop Address Dialog Box प्रदर्शित होगा |
Step 8-यदि हम Main Document में कार्य रहे है तो Envelop Create करने के लिए Insert Merge Field Box में से Merge Field Option का चयन करते है |
Step 9-Post Net Bar Code Insert करने के लिए Insert Postal Bar Code Option का चयन करते है |
Step 10-इसके पश्चात OK Button पर क्लिक करते है |
Step 11- अब Tools Menu में से Mail Merge Option का चयन करे |
Step 12-Mail Merge Helper Screen प्रदर्शित होगी,इसमें से Field को Insert करने के पश्चात् मर्ज ऑप्शन का चयन करते है |

Format Menu in MS Word

इस मेन्यु की सहायता से डॉक्यूमेंट की formatting की जा सकती है। इसमें सौलह ऑप्शन होते है। इसकी Shortcut Key की Alt+O है।

Font

इस ऑप्शन के डायलॉग बॉक्स में तीन टेब होते है। जिसकी सहायता से डॉक्यूमेंट की Formatting की जा सकती है।


प्रथम टेब Font से टेक्स्ट का font, Font style, Font Size, Font Color आदि को बदला जा सकता है एवं टेक्स्ट में विभिन्न प्रकार के Effect लगा सकते है। इसकी Shortcut key Ctrl+D है।

 

 

दूसरा टेब Character spacing का होता है जिससे टेक्स्ट के स्पेस को सेट किया जाता है।

तीसरा टेब text effects का होता है। जिससे टेक्स्ट में प्रभावशाली animations लगा सकते है।

Paragraph

इस ऑप्शन से पैराग्राफ की Formatting की जाती है। इसके डायलॉग बॉक्स में दो टेब होते है। Indents and Spacing इस टेब से पैराग्राफ का alignment, Indentation, Spacing को सेट किया जाता है। पैराग्राफ में तीन Indentation होते है। left, Right and First line Indent इन तीन की सेटिंग की जाती है। स्पेसिंग इससे पैराग्राफ के पहले और बाद का स्पेस सेट किया जाता है। इसके अलावा इससे पैराग्राफ के बीच की लाईनों के बीच कितना स्पेस देना है। इसकी भी सेटिंग की जाती है। Line and Page Breaks इस टेब से लाईन एवं पेज ब्रेक की सेटिंग की जाती है। कि नया पैराग्राफ कहाँ किस पेज पर आयेगा।

bullets and Numbering

यहाँ से डॉक्यूमेंट में Bullets and Numbering का प्रयोग कर सकते है। इसके डायलॉग बॉक्स में चार टेब होते है।

  • Bullets Tab

यह bullets and Numbering डायलॉग बॉक्स का पहला टेब होता है। इससे डॉक्यूमेंट में bullets का प्रयोग कर सकते है एवं Customize Button पर क्लिक करके उस चिन्ह को बदल सकते है। एवं alignment, Position आदि को निर्धारित किया जा सकता है।

  • Numbered Tab

यह बॉक्स का दूसरा टेब होता है। इससे डॉक्यूमेंट में Number का प्रयोग कर सकते है। इसको भी customize किया जा सकता है। जिससे alignment, position, Text Position आदि को निर्धारित किया जाता है। जैसे 1. 2. 3. 4., A., B., C. I, II, III



  • Outline Numbered Tab

यह डायलॉग बॉक्स का तीसरा टेब होता है। इससे डॉक्यूमेंट में Outline Numbered का प्रयोग किया जाता है। जैसे 1.1, 1.1.2, 2.,2.1,2.2.1 etc.

  • Life styles Tab

इस टेब से लाईन की स्टाईल को चुनकर उसका प्रयोग डॉक्यूमेंट में कर सकते है।

Borders & shading

इससे हम शब्द, पैराग्राफ या पेज मे Border and Shading का प्रयोग कर सकते है। इसके डायलॉग बॉक्स में तीन टेब होते है। इसमे setting, Style, Color, width आदि को सेट किया जाता है। Borders Tab से शब्द या पैराग्राफ में Border लगा सकते है। Page Border Tab इस टेब से पेज मे Border लगाई जा सकती है। Shading Tab इससे डॉक्यूमेंट में shading लगाई जा सकती है।

 

nsert Menu in MS Word

इस मेन्यु की सहायता से डॉक्यूमेंट में विभिन्न प्रकार के आब्जेक्ट को जोड़ा जा सकता है जैसे Page No., Date, Time, Symbol, Picture, Comment आदि इसमें कुल पंद्रह ऑप्शन होते है। जो निम्न प्रकार हैं |

Break option

इस ऑप्शन का प्रयोग पेज को दो भागो में विभाजित किया जा सकता हैं इस ऑप्शन पर क्लिक करने पर Break नाम का डायलॉग बॉक्स आता है। जिसमे से आवश्यकता के अनुसार पेज को ब्रेक कर सकते है।

इस बॉक्स में दो option होते है|



1. Break type:-. इसमें page break, Column Break, and Text Wrapping Break को ब्रेक कर सकते है।

Page Break :- इससे पेज को बिना पेराग्राफ बदले ब्रेक किया जा सकता है।

Column Break :- इससे कॉलम को ब्रेक किया जा सकता है।

Text wrapping break:- इस आप्शन के द्वारा object के चारो तरफ उपस्थित टेक्स्ट में जहाँ जहाँ कर्सर होगा। वहाँ से टेक्स्ट खिसक कर object के नीचे आ जायेगा|

Next Page:- यह भी page break की तरह है। लेकिन जब नए पृष्ठ के लेख delete करेंगे। तो नया पृष्ठ ख़त्म नहीं होगा।

2. Section Break Types:- इस ऑप्शन के द्वारा page को ब्रेक करके next page पर जा सकते है odd and even page को जोड़ सकते है। इनमें से कोई एक ऑप्शन को एक समय में चुन सकते है।

Page Number

इस ऑप्शन से डॉक्यूमेंट में पेज नंबर को जोड़ा जा सकता है। इसके बॉक्स में पेज नंबर को कहाँ पर लगाना है। यह Position Combo box से सिलेक्ट करते है। और उसके दूसरे Combo box से alignment को चुनते है। इसमें एक चेक बॉक्स होता है जिससे फर्स्ट पेज पर नंबर दिखाना है या नही इसका निर्धारण किया जाता है। format Button पर क्लिक करके उसके Format एवं page Numbering को कहां से प्रारंभ करना है इसको चुना जाता है|

Date and Time

इस ऑप्शन से डॉक्यूमेंट में Date and Time को जोड़ सकते है। यदि अपडेट ऑप्शन को चेक किया है। तो Add की गई डेट अपने आप कम्प्यूटर डेट से अपडेट हो जाती है।


Auto Text

इस ऑप्शन से पेज डॉक्यूमेंट में टेक्स्ट को अपने आप जोड़ सकते है। वे टेक्स्ट जिनका प्रयोग डॉक्यूमेंट में बहुत ज्यादा बार करना होता है। या जो कॉमन शब्द या वाक्य होते है। उनको Auto Text डायलॉग बॉक्स में जोड़ देते है। फिर जब भी हम उस शब्द को लिखना प्रारंभ करते है तो auto text उसके ऊपर शो होने लगता है। यदि उसको जोड़ना होता है। तो इंटर कर देते है। नये शब्द को auto text में जोड़ना Go to Insert menu → auto text→ auto text पर क्लिक करने पर Auto Correct नाम का डायलॉग बॉक्स आता है।


इस बॉक्स में पाँच टेब होते है। इसमें से Auto text tab को सिलेक्ट करते है। Enter Auto text Entries here box में शब्द को लिखकर Add Button पर क्लिक करके add कर देते है। जिस टेक्स्ट को डिलीट करना होता है। उसको सिलेक्ट करके Delete Button पर क्लिक करके डिलीट कर देते है। यहाँ से auto text को सीधे Insert Button पर क्लिक करके अपने डॉक्यूमेंट में प्रयोग कर सकते है। और अंत मे ok button पर क्लिक कर देते है।

Symbol

इस ऑप्शन से डॉक्यूमेंट में symbol को insert कर सकते है। एवं उसकी shortcut key भी परिभाषित कर सकते है। इसमें ऐसे शब्द या चिन्ह होते है। जिनको कम्प्यूटर कीबोर्ड की सहायता से टाईप नहीं किया जा सकता है। आवश्यकतानुसार इन्हें अपने डॉक्यूमेंट में जोड़ कर अपने डॉक्यूमेंट को सरलता से तैयार कर सकते है।

Field

यह एक विशेष प्रकार का ऑप्शन होता है। जिसकी सहायता से विभिन्न प्रकार के फील्ड के टेक्स्ट को डॉक्यूमेंट में लिख सकते है जैसे maths formula , Equation आदि।

Comment

इस ऑप्शन से डॉक्यूमेंट के किसी विशेष शब्द में कमेंट लगा सकते है।

Picture

इससे हम डॉक्यूमेंट में Picture, clip art, word art, auto shapes, chart आदि को डॉक्यूमेंट में आसानी से Insert करा सकते है। इसी कार्य को Drawing Tool bar से भी कर सकते है।

  • 1- Clip art :- इसके द्वारा पहले से बना हुआ clip art ला सकते हैं।
  • 2- From File :- इसके द्वारा कंप्यूटर में उपस्थित picture ला सकते हैं।
  • 3- Auto shape :- इसके द्वारा विभिन्न design में बना बनाया object ला सकते हैं।
  • 4- Word Art :- इसके द्वारा विभिन्न design में लिख सकते हैं।
  • 5- From Scanner or camera :- इसके द्वारा स्कैनर और कैमरा से पिक्चर आदि ला सकते हैं।
  • 6- Chart :- इसके द्वारा किसी भी रूप में चार्ट तैयार कर सकते हैं।

Diagram

इस आप्शन के द्वारा बने बनाये डायग्राम ला सकते हैं।

File

इस ऑप्शन से डॉक्यूमेंट में दूसरी फाईल के मैटर को आपस में मर्ज कर सकते है। इस पर क्लिक करते ही dialog box खुलेगा। जहाँ से उस फ़ाइल के नाम को सेलेक्ट करें जिस लेख को लाना है। insert पर क्लिक करते ही लेख पृष्ठ में आ जायेगा।

Object

यह एमएस ऑफिस का एक महत्वपूर्ण ऑप्शन होता है इससे डॉक्यूमेंट में सीधे आब्जेक्ट को बना सकते है। एवं इससे किसी फाईल आदि को भी लिंक कर सकते है। एवं उसको आइकन के रूप में भी जोड़ सकते है।

डॉक्यूमेंट में आब्जेक्ट को जोड़ना

Go to insert menu → Object पर क्लिक करने पर object नाम का बॉक्स आता है।


इस बॉक्स में दो टेब होते है यदि फाईल को लिंक कराना है तो File Check box को सिलेक्ट करते है और यदि फाईल को आईकन के रूप में प्रदर्शित करना है। तो Display as icon को सिलेक्ट करते है। Browse Button पर क्लिक करके फाईल को सिलेक्ट करते है। यदि फाईल को लिंक किया गया है तो यदि source File मे सुधार किया जाता है। तो Destination Object मे auto update हो जाता है। edit menu से इसमें editing की जा सकती है।

Hyper Link

इस ऑप्शन से वर्तमान डॉक्यूमेंट में किसी भी फाईल को लिंक कराया जा सकता है। जिस पर Ctrl + click करने पर वह डॉक्यूमेंट खुल जाता है। जिससे यह इंटरनेट की तरह कार्य करने लगता है। इससे एक से अधिक डॉक्यूमेंट को आपस में जोड़ सकते है। इसकी Shortcut key Ctrl+K है। हाईपरलिंक डॉक्यूमेंट under line होता है और इसका कलर बदल जाता है।


Column

Format menu के इस ऑप्शन से पेज मे कॉलम को जोड़ सकते है। पेज एक कॉलम होता है। उसको इस ऑप्शन से एक से अधिक कॉलम में बना सकते है



  • Number of column

इस spin box में जितना नंबर देंगें पृष्ठ उतने कॉलम में बंट जायेगा। या फिर ऊपर दिखाई दे रहे कॉलम में से जिस तरह का चाहिए उस पर क्लिक करें।

  • Line between

इस चेक बॉक्स को चालू करने से कॉलम के बीच लाइन ला सकते हैं।

  • width

इस स्पिन बॉक्स में कॉलम की चौड़ाई के लिए नंबर देते हैं।

  • Equal column width

इस चेक बॉक्स को चालू करने से सभी कॉलम की चौड़ाई बराबर बराबर बाँट सकते हैं।

  • Apply to

इस drop down list से whole document का selection करने से सभी पृष्ठ को कॉलम में बाँट सकते हैं। और this point forward का selection करने से जिस जगह कर्सर है आगे पुरे डॉक्यूमेंट को कॉलम में बाँट सकते हैं। इसी तरह अगर आप सिर्फ select किये हुए पैराग्राफ को कॉलम में बांटना चाहते हैं तो selected टेक्स्ट का selection करें।

Column डायलॉग बॉक्स में presets से कॉलम को चुनते है। या फिर Number of Column में कॉलम की संख्या दे सकते है। जितने कॉलम चाहिये होते है। Width and spacing से कॉलम की चैडाई एवं उनके बीच स्पेस को सेट कर सकते है। line between check box को चुनकर दो कॉलम के बीच लाईन खीच सकते है। एक कॉलम से दूसरे कॉलम में जाने के लिये उसको ब्रेक करना पडता है। अधिकतम बारह कॉलम हो सकते है। न्यूनतम एक कॉलम होता है।

Tabs

इससे टेब की सेंटिंग कर सकते है।


इससे टेब की position,alignment and leader आदि को सेट कर सकते है। इसी कार्य को रूलर बार की मदद से भी किया जा सकता है अर्थात् टेब को रूलर बार पर लगाया जाता है। फिर जब टेब की को दबाते है। तो कर्सर टेब के नीचे रूकता है। टेब में पाँच प्रकार के अलाईनमेंट होते है। इसका प्रयोग करके हम अपने डॉक्यूमेंट को व्यवस्थित तरीके से तैयार कर सकते है।

Tab stop position के बॉक्स में दूरी फिक्स करें। जैसे-1″,2″ आदि। फिर सेट पर क्लिक करके ok करें। अब Tab button दबाने पर कर्सर उतनी ही दूरी पर पहुँच जायेगा।
Left tab
Right tab
Center tab
Decimal tab
Bar tab
आदि का सिलेक्शन करने से दिए गए तब के बाद लिखने पर लेख उसी अंदाज़ में टैब देने के लिए Ctrl+tab दबाएँ।

Change Case

इससे पहले से लिखे शब्दों के केस को बदला जा सकता है। इसमें पाँच केस होते है।

किसी भी केस से किसी भी केस में बदला जा सकता है।

  1. Sentence Case :- इस केस में सेनटेंस का पहला अक्षर बडा होता है। बाकी सभी अक्षर छोटे होते है। जैसेः- I am student of dca.
  2. lower case :- इस केस में सेनटेंस के सभी अक्षर छोटे होते है। जैसेः- i am student of dca.
  3. UPPER CASE :- इस केस में सेनटेंस के सभी अक्षर बडे होते है। जैसेः- I AM STUDENT OF DCA.
  4. Title Case :- इस केस में प्रत्येक शब्द का पहला अक्षर बडा होता है। जैसेः- I Am Student Of Dca.
  5. tOGGLE cASE :-यह एक विशेष प्रकार का केस है। इसमें प्रथम लैटर छोटा तथा बाकी लैटर बड़े होते हैं जैसे:- i aM sTUDENT oF dCA.

Background

इससे डॉक्यूमेंट के बेकग्राउड को बदला जा सकता है। इसमें color, Fill effect and Print water mark को सेट किया जा सकता है।

Format menu→ background→ fill effect


Format menu→ background→ printed water mark


Theme

इसके द्वारा डॉक्यूमेंट में बने बनाये डिज़ाइन ला सकते हैं। यह unified design elements and color schemes का ऐसा सेट होता है। जो प्रोफेशनल और डिज़ाइन वाले डॉक्युमेंट तैयार करने में मदद करता है। जिसके कारण डॉक्यूमेंट को MS Word, e-mail और वेब पर देखने में आसानी होती है।

Frame

इस ऑप्शन का उपयोग इनफार्मेशन में आसानी के साथ जाने और website के contents को शो करने के लिए किया जाता है। जो कि पेज में फ्रेम बनाकर उसे separate web page के लिए डिज़ाइन करके वेबसाइट के लिए तैयार किया जाता है। और इसका उपयोग वेबसाइट में header और table बनाने के लिए किया जाता है।

Auto Format

इस ऑप्शन से डॉक्यूमेंट को auto format किया जा सकता है। उसकी हैडिंग, लिस्ट, पैराग्राफ आदि को सेट किया जाता है। एवं कई टेक्स्ट इससे रिप्लेस किये जाते है। जिससे वह सुदंर दिखने लगता है। इस ऑप्शन का प्रयोग करके डॉक्यूमेंट की सेंटिंग ऑटोमेटिक हो जाती है

Styles and Formatting

इस ऑप्शन से Formatting के लिये स्टाइल का निमार्ण कर सकते है। एवं उसकी shortcut key को परिभाषित कर सकते है। इसमें पैराग्राफ अक्षर लेविल की सेटिंग की जाती है। एवं Font, tab, paragraph, border आदि को सेट किया जा सकता है।


इस Task pane new style button पर क्लिक करें निम्नलिखित डायलॉग बॉक्स खुलेगा। जिसमे नीचे दिए गए तरीके को अपनाये।

·         Name

इस बॉक्स में कोई नाम लिखे। जैसे- Heading इसके बाद।

·         Based on

इस drop down list से यज सिलेक्शन करें के आपकी heading का आधार किस तरह हो। और अगर नहीं चाहते हैं तो Normal का सिलेक्शन करें।

·         Style for following paragraph

इस drop down list से यह selection करें कि आप जब Enter button दबाने के बाद पैराग्राफ लिखें तो पैराग्राफ किस स्टाइल में आये। और अगर नहीं चाहते है। तो Normal का सिलेक्शन करें।

  • Format

इस बटन पर क्लिक करने से जो ऑप्शन की पट्टी आएगी। इसमें font पर क्लिक करके Heading का साइज font style color underline आदि का selection करके ok करे।

इसके बाद इसी पट्टी में font के नीचे पैराग्राफ पर क्लिक करके alignment की जगह से justified center right left आदि में से किसी एक का selection करें। इसके बाद special के drop down list से First line को सेलेक्ट करके यह फिक्स करें कि पैराग्राफ की पहली लाइन कितनी दूरी पर आये। इसके अलावा right left से पैराग्राफ की दूरी पृष्ठ के दोनों तरफ हो। और लाइन के बीच कितनी दूरी हो। इसका भी selection करना चाहें तो कर सकते हैं। इसके बाद ओके करते ही बॉक्स खुलेगा उसमे short cut key button पर लीक करने से एक और डायलॉग बॉक्स खुलेगा। press now short cut key के बॉक्स में Ctrl के साथ कोई भी बटन दबाएं। उदाहरण के लिए- Ctrl+H इसके बाद assign पर क्लिक करके क्लोज पर क्लिक करें फिर ok पर क्लिक करके apply करें।

इस तरह heading और paragraph के लिए जितना स्टाइल बनाना चाहते हैं। बना सकते हैं।

नोट- आम तौर पर Heading का साइज पैराग्राफ के साइज से बड़ा रखते हैं। और Center, Right, Left में से किसी एक का selection करते हैं। और short cut key आम तौर पर Ctrl+h Fix करते हैं।

और पैराग्राफ का साइज heading के साइज से कम रखते हैं। और justified का selection करके First line 0.3 inch दूरी पर रखते हैं। और short cut key आम तौर पर Ctrl+p फिक्स करते हैं।

इस तरह आपको दो स्टाइल बनाने पड़ेंगे एक heading के लिए और दूसरा paragraph के लिए। उनमे से जिसे लाना है। उसके short cut key को दबाएं। और लिखना शुरू कर दें।

 

View Menu in MS Word

इस मेन्यु का प्रयोग डॉक्यूमेंट को विभिन्न तरीके से देखने के लिये किया जाता है। इससे हम विभिन्न टूलबार को Show एवं Hide कर सकते हैं। इसमें कुल चौदह ऑप्शन होते है। जो निम्न है।

Normal Page layout

इसमें डॉक्यूमेंट को नार्मल व्यू में देख सकते है।

Web layout

इसमें डॉक्यूमेंट को वेब ले आउट में देखा जाता है। इस option को चलाने से पृष्ठ Internet File के रूप में दिखाई देगा।

Reading Lay out

इस व्यू में डॉक्यूमेंट को रीडिंग लेआउट में देखकर उस को रीड कर सकते है।

 

 

Print Layout

इस लेआउट में डॉक्यूमेंट को प्रिंट लेआउट में देख सकते है अर्थात् जिस तरह का प्रिंट आउट निकलता है। उस तरह का दिखता है।

Outline

इस option को चलाने से प्रत्येक Paragraph के शुरू में चौकोर चिन्ह आ जायेगा। जिसपर Mouse लेजाकर Paragraph को ऊपर नीचे कर सकते हैं।

Task pane Option

इस option का उपयोग task pane को लाने और छुपाने के लिए करते हैं। task pane word screen में दायीं तरफ होता है। जो आप्शन के अनुसार बदलता रहता है।

Toolbars option

MS Word की सभी टूलबार को यहाँ से लाया एवं हटाया जाता है। इसमें कुल अठारह टूलबार होती है। और आवश्यकता के अनुसार टूलबार का निर्माण भी किया जा सकता है। यह टूलबार अपने आप कार्य के अनुसार आ जाती है और हट जाती है।

Formatting Toolbar
Standard Toolbar
Auto text Toolbar
Table and border toolbar
Drawing
Database
E-Mail
Forms
Frame
mail merge
Picture
Word Art etc.

Ruler option

Ruler Bar को यहाँ से Show एवं Hide किया जाता है। एमएस वार्ड डॉक्यूमेंट में इससे मार्जिन एवं पैराग्राफ की सेंटिंग की जाती है। इस पर टेब का प्रयोग किया जाता है। जिससे टेब की को सेट किया जाता है।

Document Map option

यह Frame बनाकर एक तरफ सिर्फ Heading की लिस्ट दिखायेगा। जिस heading पर क्लिक करेंगे उसका लेख स्क्रीन पर आ जायेगा।  इसे बंद करने के लिए दोबारा उसी option पर क्लिक करें।

Thumbnails option

इस ऑप्शन से बडे डॉक्यूमेंट को देखा जा सकता है। इससे एक पेज से दूसरे पेज पर आसानी से जा सकते है। इसमें बडे डॉक्यूमेंट को आसानी से देखा जा सकता है।

Footnotes option

इस option के द्वारा किसी भी शब्द या paragraph के बारे में दिए गाय नोट को देख सकते हैं।

इस option को चलाने के लिए Insert menu में Reference के अंतर्गत Footnote Option पर क्लिक करें। निम्नलिखित dialog box खुलेगा। जिसमे उपस्थित option के द्वारा लेख के बारे में नोट लिखने के लिए पृष्ठ में जगह fix करते हैं।

Footnote:- इस radio button पर क्लिक करने से पृष्ठ के नीचे नोट लिखने के लिए जगह fix हो जाती है।

Endnote:- इस radio button पर क्लिक करने से लेख के नीचे नोट लिखने के लिए जगह fix हो जाती है।

Auto number:- इस radio button पर क्लिक करने से नोट के लिए नंबर क्रम से आ जायेंगे। जैसे- 1,2,3,4,5,6,7,8, आदि।

Custom Mark:- इस Red button पर क्लिक करके अपनी इच्छानुसार “Keyboard” के द्वारा कोई भी निशानी टाइप कर सकते हैं। जैसे- A, B, C आदि।

Symbol

इस पर क्लिक करते ही चिन्ह वाला dialog box खुलेगा।

Markup option

इस option का उपयोग कमेंट और track change को छुपाने और दर्शाने के लिए करते हैं।

Comment option

इस option के द्वारा दिए गए कमेंट को देख सकते हैं। यह option उस समय चालू होगा जब Insert Menu में comment option पर click करके किसी चीज़ के बारे में कोई टिपण्णी लिखें। अब इस लिखे गए कमेंट को देखने के लिए ऊपर वाले आप्शन का उपयोग करते हैं।

Header & Footer

हैडर और फुटर में उस मैटर को सेट किया जाता है। जिसको हमें डॉक्यूमेंट के प्रत्येक पेज पर शो करना होता है। इसमें जो मैटर या टेक्स्ट जोडा जाता है। वह डॉक्यूमेंट के प्रत्येक पेज के ऊपरी हिस्से में हैडर और पेज के निचले हिस्से में फुटर शो होता है। इसकी सेटिंग पेजसेट अप ऑप्शन से की जाती है। इस ऑप्शन से डॉक्यूमेंट में हैडर एवं फुटर को लगा सकते है इसके साथ हैडर एवं फुटर टूलबार शो होने लगती है। यह डॉक्यूमेंट के प्रत्यके पेज पर शो होता है। हैडर पेज को टॉप मार्जिन में जोडा जाता है। इसमें पेज नंबर, कुल पेज, एवं ऑटो टेक्स्ट आदि को जोडा जाता है। इसकी टूलबार से हैडर से फुटर में फुटर से हैडर में जा सकते है। स्क्रोल करके भी इस कार्य को किया जा सकता है। इसकी टूलबार सहायता से इसको manage किया जाता है।


Footer

यह पेज के निचले हिस्से में लगाया जाता है। अर्थात् यह पेज के Bottom margin में लगाया जाता है। इसके मार्जिन को पेजसेट अप से सेट किया जाता है। इसमें वह सभी आईटम जोडे जा सकते है। जो हैडर मे जोडे जाते है। हैडर फुटर टूलबार के Close Button पर क्लिक करके इनको क्लोज किया जाता है। हैडर या फुटर पर डबल क्लिक करके इसमें Editing का कार्य कर सकते है।

Markup

इस ऑप्शन से Comment को Show एवं Hide किया जाता है। अर्थात् यह कामेंट में प्रयोग होता है। इससे Reviewing नाम की टूलबार आती है। जिससे मार्कअप का प्रयोग किया जाता है। इससे टेक्स्ट को हाईलाईट भी किया जाता है।

Full Screen

इस ऑप्शन से डॉक्यूमेंट को फूल स्क्रीन में देखा जा सकता है।

Zoom

इस ऑप्शन से डॉक्यूमेंट को विभिन्न प्रकार से जूम करके देखा जा सकता है।


Edit Menu in MS Word

यह मेन्यु बार का दूसरा मेन्यु होता हैं जिसमें Editing से सम्बंधित ऑप्शन होते हैं इसे ओपन करने की शॉर्टकट की Alt+E होती हैं |



Undo :- इस ऑप्शन का यूज यूजर द्वारा किये गए कार्य किये को निरस्त करने के लिए किया जाता है। इसकी shortcut key Ctrl+Z होती है।

Redo :- इस ऑप्शन का यूज यूजर द्वारा निरस्त किये गए कार्य को पुनः वापिस लाने के लिए किया जाता हैं इसकी Shortcut Key Ctrl+Y होती है।

 

 

Cut :- इस ऑप्शन का यूज सिलेक्ट किये गये मैटर को कट करने के लिए किया जाता है। कट करने पर सिलेक्ट मेटर वहाँ से हट जाता है, और यह डॉक्यूमेंट से कट होकर क्लिपबोर्ड में चला जाता है। और जब हम Paste करते हैं तो वह डॉक्यूमेंट में आ जाता है। इसकी Shortcut Key Ctrl+X होती हैं|

Copy :- इस ऑप्शन का यूज सिलेक्ट किये गये मैटर को कॉपी करने के लिए किया जाता है। यह भी कॉपी होकर क्लिपबोर्ड में चला जाता है। और Paste करने पर डॉक्यूमेंट में Copy हो जाता है। इसकी Shortcut Key Ctrl+C होती हैं|

Office Clipboard:- इस आप्शन का उपयोग office Clip board pane खोलने के लिए करते हैं। जिसमे cut, copy किया गया टेक्स्ट अस्थाई रूप से स्टोर हो जाता हैं और इसे आप पेस्ट कर सकते हैं |

Paste :- इस ऑप्शन की सहायता से कट या कॉपी किये गये मैटर को पेस्ट किया जाता है। इसकी Shortcut Key Ctrl+V होती है।

Paste Special :- इस ऑप्शन की सहायता से कट या कॉपी किये गये मैटर को स्पेशल पेस्ट करने के लिए किया जाता है। इसमे एक डायलॉग बॉक्स आता है। जिससे विभिन्न प्रकार के पेस्ट ऑप्शन होते हैं यह एक बहुत ही उपयोगी टूल होता है। इसका प्रयोग इंटरनेट या अन्य डॉक्यूमेंट से कट या कॉपी किये गये मेटर को पेस्ट करने के लिये किया जाता है।

Paste as Hyperlink:- इस option के द्वारा दो फ़ाइल को लिंक करते हैं। ऐसा करने के लिए सबसे पहले जिस फ़ाइल को link करना है। उसके लेख में से किसी ऐसे अक्षर को select करके कॉपी करें जिससे पहचान सकें कि यह किस फ़ाइल का लेख है। इसके बाद जिस फ़ाइल से लिंक करना है। उस फ़ाइल को खोलकर जिस जगह उस अक्षर को लाना है। उस जगह cursor रख कर इस आप्शन पर click करें। कॉपी किया हुआ अक्षर उस जगह आजायेगा। अब जब भी उस अक्षर पर cursor ले जायेंगे कर्सर हाथ के रूप में बदल जायेगा। इस अक्षर पर क्लिक करते ही लिंक की हुई फ़ाइल खुल जायेगी।

नोट-जिस फ़ाइल को लिंक करना है उस फ़ाइल का save होना आवश्यक है। और जिस फ़ाइल के लेख में से शब्द की कॉपी कर रहे हैं। उस फ़ाइल का save  होना आवश्यक है।

Clear :- इससे हम टेक्स्ट या उसकी Formatting को डिलीट कर सकते है। इसकी Shortcut Key del होती है। इसमें पहले मैटर को सिलेक्ट करना पडता है।
इसके अंतर्गत दो option हैं।

1. Formats :- इसके द्वारा सिर्फ Text या object में किये गए बदलाव को ख़त्म कर सकते हैं।

2. Contents :- इसके द्वारा सिर्फ Text या object को ही मिटा सकते हैं।

Select all :- इस ऑप्शन का यूज डॉक्यूमेंट के पूरे मैटर को एक साथ सिलेक्ट करने के लिए किया जाता है। इसकी Shortcut Key Ctrl+A होती है।

Find :- इस ऑप्शन का यूज डॉक्यूमेंट में किसी भी टेक्स्ट, शब्द एवं वाक्य को Find करने क लिए किया जाता है। इसकी shortcut key Ctrl+F है। more option में विभिन्न प्रकार से Searching कर सकते है जैसे Match Case, use Wild card , Find Whole word only , sound link etc.


Replace :- इस ऑप्शन का यूज डॉक्यूमेंट में किसी भी टेक्स्ट, शब्द एवं वाक्य को Replace करने के लिए किया जाता है। इसकी shortcut key ctrl+H है। more option में विभिन्न प्रकार के ऑप्शन सिलेक्ट कर सकते है।

इसमें चार बटन होते है।
Replace Button:-
इससे एक एक शब्द Replace होता है।
Replace all Button:-
इससे एक साथ पूरे डॉक्यूमेंट में Replace होता है।
Find Next Button:-
इससे किसी को word को find कर सकते है।
Find What text box:-
इसमे उस शब्द को लिखते जिसको replace करना होता है।
Replace With:-.
इसमे जिससे replace करना होता है। उसको लिखना होता है।

Go to :- इस ऑप्शन का यूज डॉक्यूमेंट मे किसी भी विशेष page, line पर जाने के लिए किया जाता है। इसकी Shortcut key Ctrl+G है।


Link:- इस option का उपयोग Document में उपस्थित linked object को Update करने के लिए करते हैं।

सबसे पहले Insert menu में object option पर click करें निम्नलिखित dialog box आएगा।

इसमें create from file के tab button पर click करके Browse के द्वारा उस फ़ाइल का चयन करें जिसे लाना है। इसके बाद link to file के check box को चालू करके ok करदें।  linked file आप के document में आ जायेगी। अब इसमें किसी भी तरह का बदलाव करने के लिए edit menu में link option पर क्लिक करें। इसमें निम्न ऑप्शन दिखाई देंगे |

Update Now:- इसका उपयोग उस समय करते हैं। जब हम linked file की असल में किये गए बदलाव को इस इस फ़ाइल में लाना चाहते हैं।

Open Source:- इसका उपयोग उस प्रोग्राम को खोलने के लिए करते हैं। जिस प्रोग्राम की यह  linked file है।

Change source:- इसका उपयोग linked file की जगह दूसरी फ़ाइल लाने के लिए करते हैं।

Break Line:- इसका उपयोग linked file के link को ख़त्म किये बिना update को बंद करना चाहते है। तो locked के check box पर click करें।

Object:- किसी दूसरे प्रोग्राम से लाये गए object में परिवर्तन करने के लिए इस option का उपयोग करते हैं।

तरीका- इसको चलाने के लिए insert menu में object आप्शन पर click करें। एक Dialog box खुलेगा जहाँ object Type के बॉक्स में किसी भी प्रोग्राम का selection करें। उदाहरण के लिए – Corel Draw फिर Ok करते ही यह प्रोग्राम खुल जायेगा। यहाँ कोई ऑब्जेक्ट बनाकर जैसे प्रोग्रम बंद करेंगे एस करते ही यह object खुली हुई फ़ाइल में पहुँच जायेगा। अब इस object में किसी भी प्रकार का परिवर्तन करने के लिए इस object option का उपयोग करें। इसके अंतर्गत दो option हैं।

(1) edit इस option पर क्लिक करके लाये गए object में परिवर्तन कर सकते हैं।

(2) Convert यह सिर्फ उस प्रोग्राम का नाम दिखायेगा जहाँ से ऑब्जेक्ट लाया गया है।

 

 

इस मेन्यु में एमएस वर्ड के टूल होते है। जिसकी सहायता से एक अच्छे डॉक्यूमेंट का निमार्ण किया जा सकता है। इसकी Shortcut key Alt+T होती है।

  • Spelling & Grammar checked
  • Research
  • Language
  • Hyper nation
  • Word Count
  • Auto Summarize
  • Speech
  • Track Change
  • Letter and Mailing
  • Macro
  • Auto Correct Option
  • Customize
  • Option

Spelling and Grammar : – MS Word में Spelling & Grammar Check करने की सुविधा होती है। यदि word की Spelling गलत होती है। तो उसके नीचे Red line आ जाती है। और यदि ग्रामर संबंधी error होती है। तो उस वाक्य के नीचे Green line आ जाती है। इन गलतीयों को Spelling & Grammar tool से सही किया जा सकता है।

Spelling and Grammar से सम्बंधित और जानकारी प्राप्त करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें |

Language:- Tool menu के इस ऑप्शन में भाषा संबंधी टूल होते है। जिसमें language set करना Thesaurus, Translate option होते है। Language set से डॉक्यूमेंट की भाषा को सेट कर सकते है। Translate इस ऑप्शन से किसी भी शब्द को Translate कर सकते है। Thesaurus में उसके same meaning show करता है। जिसका प्रयोग करके हम अपने डॉक्यूमेंट को attractive बना सकते है।

 


Hyper nation :- Document के left and right alignment को सही दिखाने के लिये शब्द को तोड़ कर लिखा जाता है। ऐसे शब्द जो right alignment के कारण पूरा शब्द उस लाईन में नहीं  लिख पाता है । तो वह पूरा का पूरा शब्द नई लाईन मे आ जाता है। जिससे वह स्पेस खाली रह जाता है। जिससे डॉक्यूमेंट की सुदंरता कम हो जाती है। इसकी इस समस्या को दूर करने के लिये Hyphenation option का प्रयोग करके शब्द को हाइपरनेट किया जाता है। जिससे वह शब्द ब्रेक हो जाता है। और वहाँ पर hyper nation (-) का चिन्ह आ जाता है।

Word Count: – इस ऑप्शन से डॉक्यूमेंट के पेज वर्ड पैराग्राफ बिना अक्षर वाले शब्द स्पेस वाले शब्दों को गिनकर डायलॉग बॉक्स में शो करता है।



Mail Merge:- मेल मर्ज एमएस वर्ड की वह महत्वपूर्ण सुविधा है। जिसके द्वारा आप एक ही पत्र अनेक व्यक्तियों को भेज सकते हैं जब ग्रुप में लेटर तैयार करना होता है। तो वहाँ पर मेलमर्ज का प्रयोग करते है। जैसे प्रवेश पत्र, निमंत्रण पत्र, ऑफिस लेटर आदि। अर्थात् इससे हम डाटाबेस को जोड़ सकते है।

मेल मर्ज की पूरी प्रक्रिया को समझने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें|

Labels & Envelopes: – एमएस वर्ड में लेविल और लिफापे की सेंटिग करके डाटाबेस को सेट करके उनको प्रिंट किया जा सकता है।

Go to Tool Menu→ Letters & Mailings→ Labels & Envelopes

पर क्लिक करने पर Labels & Envelopes नाम का डायलॉग बॉक्स आता है। इसमें दो टेब होते है। Envelops, labels जिसको बनाना होता है उस टेब को सिलेक्ट करते है। इसके बाद Option Button पर क्लिक करते है और लेबिल का साइज चुनते है या फिर new label पर क्लिक करके नये लेबिल का निर्माण करते है। जिसमें लेबिल का नाम, चैडाई, लंबाई, मार्जिन आदि को सेट करते है और ok button पर क्लिक करते है। प्रिंट बटन पर क्लिक करके लेविल को प्रिंट कर सकते है।

Table menu से टेबिल को बना कर टेबिल के साथ कार्य किया जा सकता है। इसमें चौदह ऑप्शन होते है। इसकी Shortcut key Alt+a होती है।

  • Draw Table
  • Insert
  • Delete
  • Select
  • Merge Cells
  • Split Cells
  • Split Table
  • Table auto Format
  • AutoFit
  • Convert
  • Sort
  • Formula
  • Hide Gridline
  • Table Properties

Draw Table

इससे हम टेबिल को बना सकते है। इस पर क्लिक करने पर कर्सर का आकार पेंसिल के समान हो जाता है और Table & Border नाम की टूलबार शो होने लगती है। जिसका प्रयोग करके हम टेबिल का निर्माण कर सकते है। इससे हम आवश्यकता के अनुसार रो एवं कॉलम बना सकते है एवं डिलीट कर सकते है। इसके साथ साथ उसके डाटा को भी सेट कर सकते है। टेबिल की विभिन्न प्रकार की सेटिंग की जा सकती है।


Insert

टेबिल मेन्यु के इस ऑप्शन से डॉक्यूमेंट में सीधे टेबिल को जोड़ सकते है। इसके डायलॉग बॉक्स में रो एवं कॉलम की संख्या को देना होता है एवं auto Format से टेबिल के Format को सिलेक्ट कर सकते है। इसके बाद ok button पर क्लिक करते ही टेबिल insert हो जाती है। इसके अलावा इससे टेबिल में left column, right Column, above and down row एवं टेबिल में सेल आदि को आसानी से जोड़ सकते है।

Delete

इस ऑप्शन से Table, row, column and cell को डिलीट कर सकते है।

Select

इस ऑप्शन से Table, column, row and cell को सिलेक्ट कर सकते है।

Merge cells

 इस ऑप्शन से Table, column, row and cell को सिलेक्ट करके उसको मर्ज कर    सकते है। अर्थात् उनको आपस में एक कर सकते है।

Split cells

 इससे एक सेल को एक से अधिक row and column में तोड़ा जा सकता है।

Auto Format

इस ऑप्शन से टेबिल को auto format किया जा सकता है। जिससे टेबिल को format करने की आवश्यकता नही होती है।

Auto Fit

इससे टेबिल के रो एवं कॉलम को उसके डाटा के अनुसार फिट किया जा सकता है और रो एवं कॉलम की साईज बराबर की जा सकती है। इस ऑप्शन के अन्दर पांच ऑप्शन होते है। जिसकी सहायता से टेबल को अलग अलग तरीके से फिट किया जा सकता है। जैसे

Autofit to window
Autofit to content
Fixed column width
Distribute rows evenly
Distribute columns evenly

1. Auto fit to content : जिस कॉलम में जितना टेक्स्ट उपस्थित होगा। उस कॉलम को उसी के बराबर करने के लिए इस ऑप्शन का उपयोग करते हैं।
2. Auto fit to Window :
इस ऑप्शन के द्वारा सभी सभी कॉलम को पुरे स्क्रीन में फैला सकते हैं।
3. Fixed Column Width :
इस ऑप्शन के द्वारा कॉलम की चौड़ाई फिक्स करते हैं। यानि लिखने पर कॉलम की चौड़ाई नहीं बढ़ेगी।
4. Distribute row evenly :
इस ऑप्शन के द्वारा सभी रो बराबर कर सकते हैं।
5. Distribute column  evenly :
इस ऑप्शन के द्वारा सभी कॉलम बराबर कर सकते हैं।

Convert

इस ऑप्शन के द्वारा टेक्स्ट को टेबिल एवं टेबिल को टेक्स्ट में बदला जा सकता है। जब टेक्स्ट से टेबिल में बदला जाता है। उस समय टेबिल में रो एवं कॉलम की संख्या दी जाती हैं|की संख्या दी जाती हैं और जब टेबिल से टेक्स्ट में बदला जाता है। तो यह निर्धारित किया जाता है। कि किस बेस पर टेक्स्ट को seprate किया जाये। पैराग्राफ, टेब, कोमा या अन्य इसमें से कोई एक सिलेक्ट करके OK button पर क्लिक करते है।

Sort

 इससे टेबिल के डाटा को शॉर्ट किया जा सकता है। इसे दो प्रकार से Ascending or Desending क्रम में अर्थात् A to Z और Z to A के क्रम में Sort किया जा सकता है। इसमें कॉलम टाइप एवं sorting के प्रकार को सिलेक्ट किया जाता है। इसमें sorting के लिये एक से अधिक ऑप्शन होते है।

Table Properties

table menu का यह एक महत्वपूर्ण ऑप्शन होता है। इससे टेबिल की properties को सेट किया जा सकता है। इसके डायलॉग बॉक्स में चार टेब होते है। table tab इससे टेबिल की Properties set करते है। Row Tab इससे रो की सेटिंग की जा सकती है। Column Tab इससे कॉलम की सेंटिग की जाती है। Cell Tab इससे सेल की सेटिंग की जाती है।

MS Word में Page Setup Option को समझाइये

Page Formatting & Page Setup

वर्ड में प्रिन्‍ट निकालने से पहले अपने डॅाक्‍यूमेन्‍ट का पेज सेटअप करना अति आवश्‍यक होता है पेज सेटअप से या पेज सेटअप का मतलब डॉक्‍यूमेंट का साइज उसके चारों तरफ का मार्जिन और उसके आडा या तिरछा होने से है  वर्ड में कोई भी काम करने से पहले हमें यह सुनिश्चित करना होता है कि हम कौन सा पेज साइज चुने जो हमारे पास उपलब्‍ध हो उसके चारो तरफ टाइप करते समय कितनी जगह छोडे आदि

MS Word में किसी भी Document में पेजों की formatting करने के लिए Page Setup Option का Use किया जाता हैं, पेज में मार्जिन सेट करने के लिए, पेपर साइज़ सेट करने के लिए, पेज का आकार बदलने के लिए किया जाता हैं|

Page Setup Dialog box को Open करने के लिए हम File Menu के Page Setup Dialog box पर Click करते हैं| यह dialog box तीन tab sheet margin, Paper और Layout में divide होता हैंइसमें margin tab sheet का use पेज का मार्जिन सेट करने के लिए किया जाता है जैसे- left, right, top, bottom, Gutter तथा इसके द्वारा हम पेज का Orientation भी Set कर सकते हैं जैसे Portrait तथा Landscape| यदि हमे Page को Horizontally Print करने है तो हम इसका Orientation landscape सेट करते हैं और यदि हमे इसे Vertically Print करना है तो हम इसका Orientation Portrait सेट कर सकते हैं|

Paper tab sheet का use प्रिंट किये जाने वाले पेपर की Size सेट करने के लिए किया जाता हैं | यहाँ पर पेपर की कई Size दी रहती हैं जैसे – Letter, A4, A3, A5, Legal Custom आदि |

 

 

पेज Setup dialog box के Layout sheet tab का use पेज का layout सेट करने के लिए किया जाता हैं|

Margin Tab

margin tab sheet का use पेज का मार्जिन सेट करने के लिए किया जाता है Page Margin चार प्रकार के होते हैं |

  1. Left
  2. Right
  3. Top
  4. Bottom

Left Margin: – Left Margin का प्रयोग पेज के बायीं ओर स्थान छोड़ने के लिए किया जाता हैं|

Right Margin: – Right Margin का प्रयोग पेज के दायी ओर स्थान छोड़ने के लिए किया जाता हैं|

Top Margin: – Top Margin का प्रयोग पेज के उपरी भाग में स्थान छोड़ने के लिए किया जाता हैं|

Bottom Margin: – Bottom Margin का प्रयोग पेज के निचले भाग में स्थान छोड़ने के लिए किया जाता हैं |

Orientation

Orientation का use पेज का आकार बदलने के लिए किया जाता हैं| ये प्रकार का होता हैं |

  • Portrait
  • Landscape

Portrait: – पेज को vertically प्रिंट करने के लिए Portrait Option का Use किया जाता हैं|

Landscape: – पेज को horizontally प्रिंट करने के लिए Landscape Option का Use किया जाता हैं|

Paper Size

इस Option का Use पेज की साइज़ को बदलने के लिए किया जाता हैं | जैसे – A4, A3, A5, Letter, Legal, Custom आदि |

Header & Footer क्या हैं ?

हैडर और फुटर में उस मैटर को सेट किया जाता है। जिसको हमें डाक्यूमेंट के प्रत्येक पेज पर शो करना होता है। इसमें जो मैटर या टेक्स जोडा जाता है। वह डाक्यूमेंट के प्रत्येक पेज के ऊपरी हिस्से में हैडर और पेज के निचले हिस्से में फुटर शो होता है। इसकी सेटिंग पेज सेटप के लेआउट ऑप्शन से की जाती है। इस ऑप्शन से डाक्यूमेंट में हेडर एवं फुटर को लगा सकते है इसके साथ हैडर एवं फुटर टूलबार शो होने लगती है। यह डाक्यूमेंट के प्रत्यके पेज पर शो होता है।

Header :- पेज के सबसे ऊपरी हिस्से को हैडर कहा जाता हैं हैडर पेज के टॉप मार्जिन में जोडा जाता है। इसमें Page number, number of pages, date time, auto text आदि को जोडा जाता है। इसकी टूलबार से हैडर से फुटर में फुटर से हैडर में जा सकते हैं | स्क्रोल करके भी इस कार्य को किया जा सकता है। इसकी टूलबार की सहायता से इसको manage किया जाता है।

Footer:- पेज के सबसे नीचे वाले हिस्से को फुटर कहते हैं यह पेज के निचले हिस्से में होता है। अर्थात् यह पेज के Bottom margin में लगाया जाता है। इसका प्रयोग footnote, page number, number of pages डालने के लिए किया जाता हैं इसके मार्जिन को पेज सेटप से सेट किया जाता है। इसमें वह सभी आईटम जोडे जा सकते है। जो हैडर मे जोडे जाते है। हैडर फुटर टूलबार के Close Button पर क्लिक करके इनको क्लोज किया जाता है। हैडर या फुटर पर डबल क्लिक करके इसमें Editing का कार्य कर सकते है।

 

 

Microsoft Word Window के मुख्य तत्व:-

Title Bar – विंडो के सबसे ऊपर वाली पट्टी को Title Bar कहते हैं  Title Bar में प्रोग्राम का नाम जैसे MS Word तथा फाइल का टाइटल लिखा रहता हैं जैसे Microsoft Word | इसके दायी ओर कण्ट्रोल बटन होता हैं जिसमें Minimum, Maximize तथा Close Button होते हैं | इसी पट्टी के बायीं ओर एक कंट्रोल मेन्यु बॉक्स होता हैं जिससे भी विंडो को Minimize, Maximize तथा Close किया जा सकता हैं |

Menu Bar – ऍम एस वर्ड में कुल नौं मेन्यु होते है | File, Edit, View, Insert, Format, Tools, Table, Window, Help प्रत्येक मुख्य मेन्यु के अंदर सब मेन्यू  होते हैं और प्रत्येक मेन्यु का अपना अपना अलग कार्य होता है मेन्यु को नाम उनके कार्य के अनुसार दिया गया है जैसे – Format Menu इस मेन्यु में आपको सिर्फ Formatting से सम्बंधित Options मिलेगे |

Standard Toolbar – Standard Toolbar, Menu Bar के ठीक नीचे होती हैं यह एक Default Toolbar है जो MS Word खोलने पर दिखाई देती है इस टूलबार में मेन्यू बार के ही सब आप्शन Shortcut के रूप में दिए रहते हैं जिनका सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाता है जैसे – New, Open, Save, Print, Undo, Redo, Cut, Copy, Paste etc.

 

 

Formatting Toolbar – Formatting Toolbar भी मेन्यू बार के नीचे होती हैं यह भी एक Default Toolbar है जो MS Word खोलने पर दिखाई देती है इस टूलबार में Formatting से सम्बंधित आप्शन दिखाई देते है | जैसे – Font, Font Size, Bold, Italic, Underline, Alignment, Bullets, Numbering, Border etc.

Ruler – Ruler, Formatting Toolbar के ठीक नीचे होता हैं रूलर एक Scale की भाती दिखाई देता है जिसका उपयोग Margin, Column, Paper Size सेट करने के लिए किया जाता हैं |

Scroll Bar – ये दो प्रकार की होती है Horizontal और Vertical | इसका प्रयोग पेज को ऊपर नीचे तथा दाएँ से बाएँ करने के लिए किया जाता हैं |

Drawing Toolbar – यह टूलबार Status Bar के ठीक ऊपर होती हैं जिसका प्रयोग किसी आकृति को बनाने तथा उसमे रंग भरने के लिए किया जाता हैं

Status Bar –  यह टूलबार Task Bar के ठीक उपर होती हैं जिसका प्रयोग  पेज नंबरलाइन नंबर, देखने के लिए किया जाता हैं |

Task Bar – विंडो के सबसे नीचे की पट्टी को Task Bar कहा जाता हैं | इस Task bar में Start Button तथा Date, Time, Volume, Device

Connection आदि दिखाई देता हैं |

 


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